चिल्लम पे चर्चा : माँ गांजा का एक्सप्लोसिव वर्जिन इंटरव्यू

हमारे सभी गंजेड़ी पाठकों को अभिनन्द। आपके प्यार और स्नेह से उत्साहित हो कर हमने अपना हिंदी संस्करण शुरू किया है। और अपने कुँवारे इंटरव्यू के लिए हमने अपने गुरुआइन और प्रेरणा स्रोत गंजेड़ी माता अरुनघंटी रॉय जी को चुना।

हम जब माता के डेन में प्रवेश किया तो माता नशे में धुत्त पड़ीं थी। दो दिन के इंतज़ार के बाद जब उन्हें होश आया तब ये इंटरव्यू लिया गया।

गंजेड़ी टाइम्स: प्रणाम माते 🙏
अरुनघंटी रॉय: जुग जुग जीयो बेटा ✋अल्लाह तुम्हे धरती पे 72 हूर दे।

गंजेड़ी टाइम्स: थैंक्यू मां गांजा। लेकिन आप तो कश्मीरी यूथ को अल्लाहु अकबर के बाद 72 हूर का आशीर्वाद देती हो?
अरुनघंटी रॉय: (फुसफुसाते हुए) … अरे वो उनका कल्चरल बिलीफ है…आउट ऑफ रेस्पेक्ट मैं उनको कुछ बोल नही सकती। वैसे भी उनको कुर्बा नी के पहले कुछ अच्छा नहीं लगता। जब लडकिया पेंगुइन बन के घूमेंगी तो लौंडे हूर जन्नत में नही तो क्या अंटार्कटिका में मांगेंगे 😂

गंजेड़ी टाइम्स: माते आपको बाबा भोले का प्रसाद कब से भाने लगा?
अरुनघंटी रॉय: जब एक किताब लिखने के बाद मेरा दिमाग सुन्न हुआ तो मैंने नर्मदा बचाओ आंदोलन में टाइम पास किया। जब वो ख़तम हुआ तो मैंने सोचा अब क्या करे। फिर जब मैंने कश्मीरी आज़ादी में ध्यान देना शुरू किया तो स्टोन पेलटर को सपोर्ट करते करते मैन स्टोन होना शुरू कर दिया। तुम लोग तो जानते ही हो कश्मीरी यूथ कैसे गांजे के नशे में धुत्त रहती है। अल्लाह के फ़ाज़लों कर्म से अब उनको तीन तीन नशा है।

गंजेड़ी टाइम्स: तीन तीन नशा है?
अरुनघंटी रॉय: हां। इस्लाम, गांजा, और आज़ादी। और जब से तानाशाह मोदी आये है बस…क्या कहने।

गंजेड़ी टाइम्स: गांजे से आपकी लेखनी में फर्क पड़ा है?
अरुनघंटी रॉय: अरे बिल्कुल! पहले इंडिया को ब्लेम करने में दिमाग खपाना पड़ता था अब कोई भी न्यूज़ देखती हूँ तो पहले गांजा मार के स्टडी में टपक जाती हूँ…धीरे धीरे धुआं जब हट ता है तो सिर्फ मोदी का चेहरा दिखाई देता है …बस इशू एकदम क्रिस्टल क्लियर हो जाता हैं।

गांजा है तो मुमकिन है।

गंजेड़ी टाइम्स: तो आपने कोई नया किताब लिखने की सोची है?
अरुनघंटी रॉय: ना रे। मेरी एक फॅमिली थी तो अम्मा अम्मू, चाचा मामा दादी के ऊपर एक बुक लिख दिया। अभी दूसरी किताब के लिए और एक फॅमिली चाहिए वो मेरे पास है नही…सो नो सेकंड बुक।

गंजेड़ी टाइम्स: एक सेंसिटिव सवाल है, आप इतना एन्टी इंडिया क्यों है?
अरुनघंटी रॉय: हहहहहाहाहाह…एन्टी इंडिया और मैं? में तो डीप इंडियन स्टेट के लिए काम करती हूँ। अब देखो मेरे एक दो कमेंट और इंटरव्यू से आज़ादी की आग जलती रहती है…लोग गन और पत्थर उठाते है। पाकिस्तान अपना रिसोर्स इधर वेस्ट करता रहता है… न कश्मीर डेवेलोप होता है ना पाकिस्तान… इंडिया को ओर क्या चाहिए..? 😉

गंजेड़ी टाइम्स: आप तो धन्य हो माता, प्योर ताक़किया।
अरुनघंटी रॉय: बम भोले बूम अल् ला

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